तखतगढ़ के कई मोहल्ले हर बारिश में अंधेरे में डूबते हैं, बिजली विभाग मौन

प्रतिनिधी – सोहन सिंह रावणा
राजस्थान: तखतगढ


थोड़ी सी बारिश या हल्की हवा, और गायब हो जाती है इन बस्तियों की रोशनी
तखतगढ़ नगर के महावीर बस्ती, खारसियावास, जैन मंदिर गली, नाग चौक और राजपुर रोड क्षेत्र में हल्की हवा या मामूली बारिश होते ही घंटों तक बिजली गुल हो जाती है। यह संपूर्ण क्षेत्र उस एग्रीकल्चर फीडर से जुड़ा है, जो राजपुरा होते हुए खेतों में स्थित कृषि कूओं तक जाता है। जैसे ही मौसम बिगड़ता है, इन बस्तियों पर अंधकार छा जाता है।
कई बार तो रातभर बिजली नहीं आती और सुधार कार्य अगली दोपहर तक किया जाता है डिस्कॉम अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र कृषि फीडर से जुड़ा है, इसी कारण यह समस्या बार-बार सामने आती है।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि तखतगढ़ नगर के अधिकांश हिस्सों में बिजली आपूर्ति सामान्य बनी रहती है, लेकिन उपरोक्त मोहल्ले बार-बार अंधेरे में डूब जाते हैं। ऐसा प्रतीत होता है मानो डिस्कॉम और जनप्रतिनिधि इन क्षेत्रों की समस्याओं से पूरी तरह आंख मूंदे बैठे हैं।
यह क्षेत्र मुख्यत आदिवासी और श्रमिक वर्ग से जुड़ा हुआ है। लगातार बिजली कटौती के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है, बुजुर्गों की देखभाल कठिन होती है, और दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। बारिश के मौसम में अंधकार और नमी के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ता है, जिससे मलेरिया जैसी बीमारियों की आशंका और भी बढ़ जाती है।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस क्षेत्र को कृषि फीडर से अलग किया जाए और पृथक विद्युत लाइन तथा डीपी की स्थापना की जाए, जिससे हल्की हवा या बारिश में भी इन बस्तियों की रोशनी कायम रह सके।
इन उपेक्षित इलाकों के निवासियों ने मुख्यमंत्री, स्थानीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री जोरा राम कुमावत से भी अनुरोध किया है कि तखतगढ़ के इस क्षेत्र को गंभीरता से लेते हुए स्थायी समाधान के लिए अलग फीडर की स्वीकृति दी जाए, ताकि इन बस्तियों को भी बिजली जैसी मूलभूत सुविधा निरंतर मिलती रहे।
अब देखना यह है कि प्रशासन कब जागेगा और कब इन अंधेरे में डूबे मोहल्लों को रोशनी मिलेगी।