भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में भाव विभोर हो कृष्ण मय हुआ समूचा पाण्डाल..

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प्रतिनिधी-गोपाल अग्रवाल

निम्बाहेडा/ राजस्थान

संत महात्माओं की कथाओं के माध्यम से देश में धार्मिक वातावरण का निर्माण होता है- विधायक कृपलानी
निम्बाहेड़ा नगर में अग्रसेन नगर के पास स्थित श्री श्याम वाटिका में रतनलाल, धर्मेन्द्र, गजेन्द्र माली परिवार की ओर 8 अप्रेल से 14 अप्रेल तक श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें उज्जैन (मप्र) के प्रमुख कथा वाचक संत नारायण प्रसाद ओझा के मुखारविन्द से श्रीमद भागवत कथा का वाचन किया जा रहा है।
कथा आयोजन के चतुर्थ दिन आज शुक्रवार को संत श्री ने कहा कि ईश्वर के चैबीस अवतारों में से प्रमुख भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र से मर्यादा और श्रीकृष्ण चरित्र से ज्ञान, योग व भक्ति की प्रेरणा लेकर जीवन को धन्य करना चाहिए।
कथा पाण्डाल में सैंकडों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु स्त्री-पुरूषों को व्यासपीठ से सम्बोधित करते हुए संत श्री ने भगवान श्री राम के जीवन वृतांत का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान को बुलाने से कोई पूर्ण नहीं होता है।
भगवान को पहचानने से ही मोक्ष की प्राप्ती होती है। इसलिए श्री कृष्ण को पहचानने के लिए मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के जीवन के बारे में पूर्ण जानकारी होना भी आवश्यक है।
उन्होने कहा कि संसार के हर मनुष्य को अपने-अपने कर्मों को भोगनों ही पड़ता है।
संत श्री ने श्रीकृष्ण के कंस के कारागार में जन्म का विस्तृत वर्णन करते हुए कहा कि देवकी वसुदेव की संतानो की कंस द्वारा हत्या के बाद आठवीं संतान के रूप में श्रीकृष्ण का जन्म होने पर वसुधेव द्वारा उन्हें टोकरे में बिठाकर नंद गाव पहुंचाने, यमुना मैया द्वारा श्रीकृष्ण चरण प्रक्षालन के बाद गोकुल में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के वर्णन ने समूचे पांडाल को कृष्णमयी बना दिया तथा कथा पांडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा नंद घर आनंद भयों, जय हो कन्हैयालाल की सहित श्री कृष्ण भजनों पर भाव विभोर होकर बधाईयां बाटने का दौर चला।
कथा के दौरान निम्बाहेड़ा विधायक एवं पूर्व नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी, पूर्व विधायक अशोक नवलखा, पूर्व नगर अध्यक्ष नितिन चतुर्वेदी, नगर अध्यक्ष कपिल चौधरी, पूर्वी मण्डल अध्यक्ष अशोक जाट, निवर्तमान पार्षद मयंक अग्रवाल, भाजयुमो नगर महामंत्री चिराग मंत्री आदि ने संत श्री ओझा से आर्शीवाद लिया।
इस अवसर पर कृपलानी ने संत श्री ओझा एवं आयोजक परिवार के प्रति आभार प्रकट कर उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संत महात्माओं के माध्यम से देश में धार्मिक वातावरण का निर्माण होता है।
कृपलानी ने कहा कि यह उसी की परिणीति है, जिसके कारण पांच सौ वर्ष पुराना संघर्ष समाप्त होकर अयोध्या जी में प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण हुआ हैं।

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